महासमुंद। शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन परिसर से होते हुए व्यक्ति विशेष के लिए रास्ते का निर्माण किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता जिला योजना समिति के सदस्य और पार्षद विजय साव ने अवैध निर्माण पर तत्काल रोक लगाते हुए पालिका सीएमओ से एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है।
पार्षद विजय साव ने नगर पालिका परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखकर कर कहा कि शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन से लगकर जो रास्ता बनाया जा रहा है, वह गलत है। नगर पालिका की जमीन को किसी व्यक्ति को नहीं दिया जाता, इसलिए तत्काल कार्य पर रोक लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया जाए। पिछले परिषद में भी रास्ता नहीं दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। अब संबंधित व्यक्त भवन परिसर के भीतर अवैध कब्जा किया जा रहा है। इस पर एफआईआर दर्ज किया जाए।
इस संबंध में कुछ पार्षदों ने पालिका की बैठक रजिस्टर पर सवाल उठाया है। पार्षदों ने बताया कि कई बार कहने के बाद भी परिषद बैठक में लिए गए निर्णय को तुरन्त मिनिट बुक में नहीं लिखा जाता। यहां पार्षदों से हस्ताक्षर लिया जाता है, और बैठक के बाद अपनी सुविधानुसार मिनिट बुक में एजेंडा और निर्णय लिखा जाता है। पार्षदों ने संदेह जताया है कि जो एजेंडा परिषद में पास नहीं हुआ और शासन से मार्गदर्शन के लिए लिखा गया। संभवतः उसे मिनिट बुक में पास लिखा गया है। बहरहाल। होली अवकाश के बाद इस पर बैठक बुलाये जाने की मांग हो रही है।
मामले में महासमुंद सीएमओ प्रीति सिंग ने कहा कि शंकराचार्य भवन से रास्ते का निर्माण परिषद की सहमति से ही किया जा रहा है। अगर विरोध करना था तो परिषद में करना था। शंकराचार्य भवन बनने से रास्ता बंद होने की वजह से प्रभावित व्यक्ति बीते दस साल से घूम रहा है। अब परिषद की सहमति नहीं होने की बात कही जा रही है तो गलत है।