Thursday, 20 March 2025

नई दिल्ली । जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए हैं। इसके बाद पूरे देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ रोष है और हर हिंदुस्तानी शहीदों का बदला लेना चाहता है। भारत सरकार भी इस बार पाकिस्तान को छोड़ने के मूड में नहीं है। पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि शहीदों के खून की एक-एक बूंद का हिसाब लिया जाएगा।
भारत पाकिस्तान को हर मोर्चे पर घेर रहा है। इसी कूटनीति के तहत पहले भारत ने पाकिस्तान को दिया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया और अब पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 200 फीसद टैक्स लगा दिया है। पहले से आर्थिक कंगाली झेल रहे पाकिस्तान की कमर भारत के इस कदम से और टूट जाएगी। अरबों रुपए का छुआरा बॉर्डर से वापिस लौट रहा है।
छुआरे से लदे सैंकड़ों ट्रक भारत पाक सीमा पर खड़े हैं। करोड़ों रुपए की चीनी के ट्रक भी वापस हो रहे हैं। अनुमान है कि इससे पाकिस्तान को रोजाना करीब 50 करोड़ का नुकसान हो रहा है। भारत के इस फैसले से व्यापारियों में हाहाकार मच गया है।
बहुत ही सफल रणनीति। अगर सीमेंट और ताजा फलों (अनानास, अमरूद) के सैकडों ट्रकों के नुकसान को जोड़ लें, तो पाकिस्तान को रोजाना होने वाला यह नुकसान करीब 70 से 80 करोड़ का है। पाकिस्तानी न्यूज चैनल में इस संबंध में खबरें चल रही हैं कि भारत के इस कदम से व्यापारियों और पाकिस्तान को कितना नुकसान हो रहा है। एक व्यापारी ने चैनल को बताया कि मान लीजिए कि एक ट्रक में 15 लाख रुपए का छुआरा है, तो अब उस पर 30 लाख रुपए टैक्स देना पड़ेगा।
व्यापारी इतना पैसा चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। लिहाजा सैंकड़ो ट्रक बॉर्डर पर खड़े हैं और कई ट्रकों को बीच रास्ते से वापस बुलाया जा रहा है। बता दें कि तीन रास्तों के जरिये भारत में प्रतिदिन लगभग 400- 450 ट्रक माल पाकिस्तान से भारत में आता है, जो 200 फीसद टैक्स बढोतरी की वजह से वापस लौट रहे हैं।
बताया जा रहा है कि भारत के इस कदम से 15 दिन में पहले से टूट चुके पाकिस्तान में त्राहि-त्राहि मच सकती है। लगभग 8000 व्यापारी बर्बाद हो सकते हैं। व्यापार विनिमय नीति के तहत, कुछ खान पान की आवश्यक वस्तुएं भारत भी पाकिस्तान को भेजता है, जो अब पूरी तरह से बन्द हैं। इनमें नमक, पानी, आटा, टमाटर और रिफाइंड मुख्य रूप से शामिल हैं। भारत को इस व्यापार को लेकर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। मगर, पाकिस्तान के व्यापारी बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएंगे।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सैनिक सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन कर रहे हैं। गुरुवार को पुंछ सेक्टर में फिर से पाक रेंजर्स ने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी है। अभी भी गोलीबारी जारी है। सेना के जवान भी मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। दो दिन पहले भी पूंछ में सीजफायर का उल्लंघन हुआ था। फिलहाल, अभी तक किसी तरह के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है।

नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों को कुछ ऐसे सूत्र हाथ लगे हैं जिससे इस बात के सबूत मिले हैं कि पुलवामा आतंकी हमले के पीछे पाक सेना के अधिकारी का हाथ है। खुफिया सूत्रों को मिली जानकारी के मुताबिक पाक सेना के अधिकारी मूसा ने साजिश को रचा था।
सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पुलवामा आतंकी हमले की योजना 31 अक्टूबर 2018 को त्राल में आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के भतीजे उस्मान हैदर की हत्या के बाद बनाई गई थी। खुफिया सूत्रों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भतीजा उस्मान हैदर कश्मीर के स्थानीय आतंकवादियों के साथ मिलकर जम्मू में भी फिदाईन हमला करने की तैयारी कर रहा था। लेकिन खुफिया एजेंसियों ने पिछले साल 30 अक्टूबर को उसे एक अन्य आतंकवादी के साथ त्राल के चंकीतार इलाके में मार गिराया था।
पाक आर्मी के पूर्व अफसर की भूमिका
खुफिया सूत्रों के मुताबिक जैश ए मोहम्मद का एक विदेशी आतंकी खुबैब, पाकिस्तानी आर्मी का पूर्व अधिकारी मूसा और चार अन्य आतंकवादी पिछले साल दिसंबर में उत्तरी कश्मीर से दक्षिणी कश्मीर गए थे। ये सब आतंकवादी यहां त्राल अवंतीपुरा के लाम इलाके में आदिल अहमद से मिले थे उस मुलाकात के दौरान आदिल अहमद ने ही खुबैब और उसके साथियों को पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले अली अहमद डार से मिलवाया था।
सूत्रों के मुताबिक विदेशी आतंकवादी खुबैब को जैश ए मोहम्मद के आतंकी यासिर के साथ त्राल के अरीपाल इलाके में देखा गया था। खुबैब लगातार एक जगह से दूसरे जगह मूव कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक दोनों त्राल के मिदूरा के रहने वाले स्थानीय आतंकवादी मुदस्सर खान के साथ घूम रहे थे।
लगातार मूव कर रहे थे आतंकी
सूत्रों के मुताबिक मसूद अजहर के भतीजे और जैश ए मोहम्मद के विदेशी आतंकवादी उस्मान हैदर को खुबैब और जहूर ही उत्तरी कश्मीर से दक्षिणी कश्मीर लेकर गया था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस वक्त खुबैब शोपियां या पुलवामा इलाके में छिपा हुआ है। खुबैब जम्मू में एक और फिदाईन अटैक करने की तैयारी में है, लेकिन मौसम खराब होने और लगातार भूस्खलन की वजह से हाईवे बंद होने के कारण वो उसे अंजाम नहीं दे पा रहा है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक जम्मू में फिदाईन हमले की जिम्मेदारी तीन-तीन आतंकवादियो वाली दो अलग-अलग टीमों को दी गई है। एक टीम में जैश ए मोहम्मद के स्थानीय आतंकवादी मुदस्सिर खान और दो अन्य स्थानीय आतंकवादी हैं। मुदस्सिर खान मिदुरा इलाके का रहने वाला है।
वॉट्सऐप नंबर की जानकारी मिली
खुफिया एजेंसियों को मुदस्सिर खान का वॉट्सऐप नंबर का पता चला है। मुदस्सिर इसी वॉट्सऐप नंबर पर सक्रिय है। खुफिया एजेंसियां इस नंबर के संपर्क में रहने वाले लोगों की छानबीन कर रही हैं।

नई दिल्ली। रियल इस्टेट कंपनियों का संगठन क्रेडाई पुलवामा हमले में मारे गए सभी सीआरपीएफ जवानों के परिजनों को टू-बीएचके का फ्लैट देगा। वहीं स्टेट बैंक आफ इंडिया ने उन सभी 23 जवानों के बकाया लोन को तत्काल प्रभाव से माफ करने का एलान किया है, जिन्होंने उसके यहां से कर्ज लिया था।
रियल इस्टेट की शीर्ष संस्था द कन्फेडरेशन ऑफ रियल इस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के अध्यक्ष जैक्स शाह ने सोमवार को एक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा, "हमले में मारे गए जवानों के दुखी परिवारों की सहायता के तौर पर क्रेडाई उनके राज्य के शहर या कस्बे में एक टू-बीएचके का फ्लैट देने का प्रस्ताव करता है।"
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के सभी 12,500 सदस्य दुख की इस घड़ी और असमय हुए नुकसान के लिए प्रार्थना करते हैं। बता दें कि क्रेडाई भारत में निजी रियल इस्टेट डेवलपर्स की शीर्ष संस्था है। 23 राज्यों और 203 चैप्टरों के माध्यम से यह 12,000 से अधिक डेवलपर्स का प्रतिनिधित्व करता है।
जल्द मिलेगी 30 लाख रुपये बीमे की राशि
स्टेट बैंक आफ इंडिया द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "23 सीआरपीएफ जवानों ने हमारे यहां से लोन लिया था। बैंक ने तत्काल प्रभाव से उनके सभी बकाया माफ करने का फैसला किया है।" बयान में कहा गया है कि रक्षा वेतन पैकेज के तहत सभी सीआरपीएफ जवानों का वेतन बैंक में आता था इसलिए बैंक प्रत्येक जवान को 30 लाख रुपये का बीमा प्रदान करता है।
बैंक ने कहा कि शहीदों के परिजनों को बीमे की राशि जल्द मिल सके, इसके लिए भी वह कदम उठा रहा है। बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा, "हमले में मारे गए शहीदों के परिजनों के लिए यह अपूरणीय क्षति है। उम्मीद है कि बैंक द्वारा की गई इस पहल से उन्हें राहत मिलेगी।" बैंक ने "भारत के वीर" नामक एक यूपीआइ बनाया है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति शहीदों के परिजनों को आर्थिक मदद दे सकता है।

  • RO No 13073/127 " A
  • R.O.NO.13073/127 "
  • R.O.NO.13129/146 " C
  • R.O.NO.13073/127 " D
  • RO No 13073/127 "

Address Info.

Owner / Director - Piyush Sharma

Office - Shyam Nagar, Raipur, Chhattisgarh,

E mail - publicuwatch24@gmail.com

Contact No. : 7223911372

MP info RSS Feed