नई दिल्ली। हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों को कम नमक खाने की सलाह दी जाती है। 2015 में हुए एक शोध के अनुसार, डाइट में नमक ज़्यादा लेने से, सामान्य आबादी में हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत ज़बरदस्त तरीके से बढ़ी है। यही वजह है कि लोगों को सोडियम के सेवन के प्रति जागरुक रहने की सलाह दी जा रही है।
WHO भी स्वस्थ रहने के लिए दिन में 5 ग्राम से ज़्यादा नमक न खाने की सलाह देता है। खासतौर पर अगर आप हाइपरटेंशन या किसी क्रोनिक बीमारी से जूझ रहे हैं। आपको बता दें कि एक छोटे चम्मच में लगभग 6 ग्राम नमक आएगा। इसलिए ध्यान दें कि आप दिनभर में कितना नमक खा रहे हैं। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड्स, ब्रेड, केचअप, चिप्स, बटर और चीज़ जैसी चीज़ों में भी नमक की मात्रा काफी ज़्यादा होती है।
तो आइए जानें नमक कम खाने से हमारे शरीर को क्या फायदे पहुंचते हैं।
1. ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल में
कई स्टडी में साबित हो चुका है कि सोडियम की सीमित मात्रा आपको ब्लड प्रेशर की बीमारी से बचाती है। क्योंकि नमक का ज़्यादा सेवन लंबे समय में धमनियों, दिल और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, यह भी देखा गया है कि जो लोग डाइट में नमक का सेवन कम रखते हैं, वे लंबा जीते हैं।
2. दिल की बीमारी दूर रहती है
नमक अगर कम खाया जाए तो इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक और दिल की दूसरी बीमारियों का ख़तरा कम हो जाता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, यह पता चला कि प्रीहाइपरटेंशन वाले जो लोग आहार में कम सोडियम ले रहे थे, उनमें कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का ख़तरा 25-30% कम हो जाता है। इसके अलावा कम नमक खाने से दिल के दौरे या फिर दिल की सर्जरी के बाद रिकवरी भी जल्दी और बेहतर होती है।
3. हड्डियां भी रहती है चुस्त
पेशाब के ज़रिए हमारे शरीर से कैल्शियम बाहर निकल जाता है। बॉडी कैल्शियम की कितनी मात्रा निकलेगी यह मौजूद सोडियम की मात्रा पर निर्भर करता है। अगर हम नमक ज़्यादा खाते हैं, तो इससे पेशाब में भी ज़्यादा कैल्शियम निकल सकता है। जिससे ओस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों से जुड़ी गंभीर बिमारी का ख़तरा बढ़ जाता है।
4. दिमाग़ की हेल्थ में सुधार होता है
नमक की ज़्यादा मात्रा दिमाग़ के फंक्शन पर भी असर करती है। इससे मस्तिष्क तक रक्त ले जाने वाली धमनियां अवरुद्ध या सिकुड़ सकती हैं, जिससे मस्तिष्क तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता। इसके अलावा, यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और ब्लड प्रेशर को भी बढ़ाता है, जिससे दिमाग के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
5. किडनी को बूस्ट करता है
जो लोग नमक ज़्यादा खाते हैं, उनकी किडनी को शरीर से नमक को निकालने में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे पेशाब के ज़रिए ज़्यादा कैल्शियम भी निकल जाता है। जिससे किडनी स्टोन्स और किडनी से जुड़ी दूसरी बीमारियां हो सकती हैं।
6. पेट फूलने की दिक्कत नहीं होगी
खाने में जितना कम नमक खाएंगे, उतना ही पाचन और सेहत अच्छी रहेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि नमक ज़्यादा खाने से कोशिकाओं में पानी की कमी होने लगती है। इससे न सिर्फ पेट फूलता है, बल्कि चेहरा पर भी सूजन आने लगती है। अगर आप चेहरे पर आई सूजन और लगातार हो रही ब्लोटिंग से बचना चाहते हैं, तो नमक का सेवन कम करें।
7. कैंसर का ख़तरा होता है कम
जी, हां! रिसर्च में यह देखा गया है कि डाइट में नमक की ज़्यादा मात्रा पेट के कैंसर के खतरे को बढ़ाती है। अधिक नमक पेट की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचा है। इसलिए कम नमक वाला आहार न सिर्फ आपके पेट के कैंसर के ख़तरे को कम कर सकता है बल्कि समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।