रायपुर । छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य वाले उन अंचलों का विकास होगा, जहां-जहां भगवान राम के पग पड़े थे। राम वनगमन पथ क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार अलग से नीति बनाएगी। इसके लिए गृह व धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू जल्द ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात कर प्रस्ताव मंत्रिमंडल में लाने की कोशिश करेंगे। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए कई ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं, जो तीनों राज्यों में लागू हो सकते हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने आनंद और धर्मस्व विभाग को समाहित कर आध्यात्म विभाग बना दिया है। नया विभाग प्रमुख नदियों के न्यास का गठन, पवित्र नदियों को जीवित इकाई बनाने, राम वनगमन पथ में पड़ने वाले अंचलों का विकास करेगा। छत्तीसगढ़ में आनंद विभाग नहीं है। यहां धर्मस्व विभाग ही है, जो इन धर्म से जुड़े पवित्र स्थलों के संरक्षण पर काम करता है।
धर्मस्व विभाग ही राम वनगमन पथ अंचलों का विकास इस तरह से करेगा, जिससे पर्यटक उन क्षेत्रों में आसानी से पहुंच सकें। पर्यटकों के लिए राह सुगम होगी और उन्हें अंचलों में सुविधाएं मिलेंगी, तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे सरकार की पर्यटन से आय बढ़ेगी।