गुलाल, तिलक और मिठाई से हुआ नन्हें विद्यार्थियों का स्वागत
बेमेतरा में शाला प्रवेश उत्सव: शिक्षा, संस्कार और संकल्प का संगम
publicuwatch24.com-बेमेतरा। शिक्षा को प्रोत्साहन देने एवं नवप्रवेशी विद्यार्थियों का स्वागत करने के उद्देश्य से आज ग्राम मोहरेंगा, विकासखंड बेमेतरा (विधानसभा नवागढ़) स्थित पूर्व माध्यमिक शाला परिसर में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल थे। साथ ही विशेष अतिथि के रूप में विधायक बेमेतरा दीपेश साहू, विधायक साजा ईश्वर साहू, छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के अध्यक्ष प्रह्लाद रजक, अध्यक्ष जनपद पंचायत बेमेतरा हेमा दिवाकर, जनपद सदस्य अजय साहू, सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, पंच-सरपंच, शिक्षक, पालक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
मंत्री बघेल ने शाला में नवप्रवेशी बच्चों का पारंपरिक गुलाल तिलक एवं मिठाई खिलाकर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया गया एवं सरस्वती सायकल योजना अंतर्गत कक्षा 9 वीं की 10 बालिकाओं को सायकल वितरित की गई।
कार्यक्रम में बच्चों के लिए प्रेरक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की गई, जिनमें बच्चों ने देशभक्ति गीतों एवं लोक नृत्य के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इन प्रस्तुतियों से प्रभावित होकर मंत्री बघेल ने प्रतिभागी छात्राओं को 20-20 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय परिसर की चारदीवारी निर्माण हेतु 10 लाख रुपये की घोषणा भी की। खाद्य मंत्री बघेल और अतिथियों ने परिसर में वृक्षारोपण किया।
मंत्री बघेल ने कहा शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से यह सुनिश्चित करना है, कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। ‘हर बच्चा स्कूल जाए’ का यह संकल्प शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में है। समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी से ही हम शिक्षित और आत्मनिर्भर राज्य का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही भविष्य की नींव है। ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षणिक वातावरण को समृद्ध करने के लिए ऐसे आयोजनों का महत्वपूर्ण योगदान है।
मंत्री बघेल ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देना भी आवश्यक है। विद्यालय प्रारंभिक जीवन की दिशा तय करता है, अतः सभी पालक अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजें। उन्होंने पालकों से अनुरोध किया कि बच्चा स्कूल से आए तो उससे स्कूल में क्या पढ़ाया जानकारी भी लें। उसका ध्यान रखें।
विधायक दीपेश साहू ने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव जैसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि उत्पन्न होती है, और पालकों में जागरूकता आती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल जानकारी का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने का सशक्त उपकरण है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ उन्हें प्रेरणा देने का भी कार्य करें।
विधायक ईश्वर साहू ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है और उसकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर शैक्षणिक सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही हम सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं। कार्यक्रम को प्रहलाद रजक और अजय साहू ने भी संबोधित किया।
’कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव एक सामूहिक प्रयास है, जिससे हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े बच्चे तक शिक्षा का उजाला पहुँचा सकते हैं। जिला प्रशासन इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस साल बीते साल की अपेक्षा हाई/हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में सुधार हुआ। और आगे भी अच्छे परीक्षा परिणाम की उम्मीद जतायी।