publicuwatch24.-दुर्ग । जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों से कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन में आज 170 आवेदन प्राप्त हुए। ग्राम खम्हरिया वासियों ने नलों से गंदे पानी आने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि पिछले सात महीनों से वार्ड क्रमांक 15, 16, 17, 18, 19 एवं 20 में नल की पाईप लाईन फट जाने से गंदे पानी का रिसाव होने के कारण घरों के नलों में गंदा पानी आ रहा है, जिससे बीमार होने की संभावना बनी रहती है। साथ ही यहां हैण्डपंप में भी कंकडयुक्त पानी आता है, जिसके कारण ग्रामवासियों को पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस पर कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
रिसाली भिलाई निवासी ने भूमि का सीमांकन कराने के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि भारत माला परियोजना के तहत 0.002 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित किया गया, जिसकी मुआवजा राशि प्राप्त हो गई है। परंतु बाद में 0.002 हेक्टेेयर के स्थान पर 0.091 हेक्टेयर अधिग्रहण कर लिया गया है। अब मुझे कृषि कार्य के लिए जमीन की आवश्यकता है। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम पाटन को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
ग्राम गनियारी निवासी ने विद्युत कनेक्शन के लिए गुहार लगाई। आवेदक ने बताया कि कृषि कार्य हेतु अस्थाई पंप कनेक्शन हेतु आवश्यक शुल्क सहित आवेदन विद्युत विभाग में जमा कर दिया गया है। कनेक्शन के लिए विद्युत कर्मचारी द्वारा मीटर कनेक्टर में खराबी होने के कारण दूसरा मीटर लगाने की बात कही। परंतु आज दिनांक तक मीटर नही लगने के कारण विद्युत कनेक्शन प्राप्त नही हुआ है। इस पर कलेक्टर ने सीएसपीडीसीएल को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
देवनगर जामुलवासियों ने बताया कि वार्ड क्रमांक 10 शासकीय प्राथमिक शाला के सामने की जमीन जो कि मंदिर निर्माण एवं अन्य कार्यो के लिए सुरक्षित रखा गया है, जिसे अन्य व्यक्ति द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है, जिसकी सूचना नगर पालिका को दी गई थी। इस पर कलेक्टर ने सीएमओ जामुल को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। दमोदा ग्रामवासियों ने दमोदा-बोरई के बीच स्थित ईट भट्टे को हटाने के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि दमोदा में ईट भट्टी का संचालन किया जा रहा है। सड़क के दोनों किनारों पर आबादी बसी है। ईट को पकाने के लिए विभिन्न सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, जिसके कारण अत्यधिक धूंआ निकलता है जो वातावरण दूषित कर रहा है। वातावरण प्रदूषित होने के कारण यहां निवासरत ग्रामवासियों को बीमारियों की आशंका बनी रहती है। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम दुर्ग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।