K.W.N.S.-चेन्नई। मिचेल स्टार्क की अगुवाई में आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की चुनौती का सामना करने के लिये भारतीय बल्लेबाजों को बुधवार को तीसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा और नजरें सूर्यकुमार यादव पर लगी होंगी। स्टार्क यदि बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द बना हुआ है तो मिशेल मार्श ने भारतीय गेंदबाजों की नींदें उड़ा रखी हैं। दो मैचों में वह करीब एक दर्जन छक्के लगा चुके हैं।
भारतीय टीम का सबसे पहला एजेंडा 'मिचेल द्वय चुनौती' से पार पाना होगा। श्रृंखला इस समय 1 . 1 से बराबर है। रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव की सितारा चौकड़ी को स्टार्क का सामना करने के लिये अपने पूरे अनुभव का उपयोग करना होगा। तकनीक में बदलाव के साथ मानसिक मजबूती के साथ भारतीय बल्लेबाजों को खेलना होगा।
भारत में सीमित ओवरों का क्रिकेट सपाट पिचों पर खेला जाता है जिन पर बहुत अधिक फुटवर्क की जरूरत नहीं होती। फ्रंटफुट पर खेलकर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। लेकिन स्टार्क ने सारे समीकरण बदल दिये। उनकी गेंद या तो मिडिल स्टम्प पर पड़ रही है या लेग मिडिल की तरफ। भारतीय बल्लेबाज पिछले दोनों मैचों में उसकी गेंदों की थाह पाने में नाकाम रहे । मुंबई में स्टार्क को पिच से मदद मिली तो विशाखापत्तनम समुद्र के किनारे होने से हवा में नमी थी। चेपॉक पर काफी समय बाद अंतरराष्ट्रीय मैच हो रहा है और नयी पिच पर सभी का ध्यान है। आम तौर पर चेपॉक पर धीमे गेंदबाजों की मददगार पिच होती है और बीच के ओवरों में रन बनाना मुश्किल होता है।
इस बार हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स की ताकत को ध्यान में रखकर पिच बनाई गई है और शुरूआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। पिछले दोनों मैचों में सूर्यकुमार यादव खाता भी नहीं खोल सके जबकि टी20 क्रिकेट में वह जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे थे। टीम में श्रेयस अय्यर नहीं है और सूर्य के पास वनडे विश्व कप के लिये टीम में जगह पक्की करने का यह सुनहरा मौका है लेकिन वह इसके साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं।
कप्तान रोहित ने पिछले मैच के बाद कहा था, हमने देखा है कि वह वनडे में भी अच्छा खेल सकता है । उसे भी यह पता है । मेरा मानना है कि क्षमतावान खिलाड़ियों को कभी यह नहीं लगना चाहिये कि उन्हें पर्याप्त मौके नहीं मिले। उन्होंने कहा, सूर्य पिछले दोनों मैचों में नहीं चल सका लेकिन उसे लगातार मौके देने की जरूरत है ताकि वह सहज महसूस कर सके। भारतीय गेंदबाजों को पिछले दो मैचों में 47 ओवर (36 और 11) ही डालने पड़े । मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज चाहेंगे कि टॉस जीतने पर रोहित गेंदबाजी करें। देखना यह है कि शाार्दुल ठाकुर या जयदेव उनादकट को मौका मिलता है या रविंद्र जडेजा के साथ कुलदीप यादव और अक्षर पटेल दोनों खेलते हैं।