
परिजनों के मुताबिक, उनका लंबे समय से स्वास्थ्य खराब चल रहा है, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में मेट्रों की सौगात देने के लिए हमेशा से याद की जाने वाली शीला दीक्षित गांधी परिवार की करीबी थीं।
15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वालीं शीला दीक्षित 1984 से 89 तक वे उत्तर प्रदेश के कन्नौज क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। इस दौरान वे लोकसभा की समितियों में रहने के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं के आयोग में भारत की प्रतिनिधि रहीं। वह राजीव गांधी सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं।
शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च, 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ है। शीला दीक्षित ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से इतिहास में मास्टर डिग्री हासिल की है। उनका विवाह उन्नाव (यूपी) के आईएएस अधिकारी विनोद दीक्षित से हुआ था। विनोद कांग्रेस के बड़े नेता और बंगाल के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय उमाशंकर दीक्षित के बेटे थे। शीला दीक्षित एक बेटे और एक बेटी की मां हैं। उनके बेटे संदीप दीक्षित भी दिल्ली के सांसद हैं।