सुकमा । नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर काम कर रही बस्तर पुलिस के हाथ यहां बड़ी कामयाबी लगी है। लोकसभा चुनाव से पहले यहां पुलिस की सोशल कैंपेनिंग से प्रभावित होकर 10 माओवादियों ने सुकमा जिले के कोंटा थाने में थाना प्रभारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इन सभी माओवादियों ने समाज की मुख्यधारा से जुड़कर आगे की जिंदगी जीने की मंशा पुलिस के समक्ष जाहिर की है।
बुधवार को कोंटा थाना पहुंच कर 10 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। यह सभी माओवादी बालेंगतोंग इलाके के रहने वाले हैं और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों में संलग्न थे। इनमें से सभी नक्सली बस में आगजनी, बम इंप्लांट और ब्लास्ट सहित कई संगीन मामलों संलग्न रहे हैं।
सभी नक्सलियों ने कोंटा थाना प्रभारी शरद सिंह और सीआरपीएफ की 217वीं बटालियन के कमांडेंट आनंद जरई के समक्ष आत्मसमर्पण किया और अपने हथियार भी जमा किए। आत्म समर्पण करने वालों में दिरदो हुंगा, दिरदो देवा, मरकम हिडमे, मुचाकी देवा, हिरदो हिड़मा, हिरदो बोसा, माडवी जोगा, मुचाकी देवा, मुचाकी हुंगा और राजेश बताए गए हैं।
कोंटा के थाना प्रभारी शरद सिंह ने बताया कि नक्सल उन्मूलन नीति के तरह जमीनी स्तर पर पुलिस और सुरक्षा बल मिलकर बेहतर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही नक्सलियों की शोषणकारी नीति से लोगों का मोहभंग हो रहा है और नक्सली समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का मन बना रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति का पूरा लाभ दिया जाएगा।
पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, 10 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
- छत्तीसगढ
- Posted On