- दिल्ली
- Posted On
मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर परियोजना को पीएम मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया

पब्लिकयूवाच- नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार को मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी ने इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। दिल्ली मेट्रो इस प्रोजेक्ट के ग्राहकों में से एक होगा। यह दिल्ली मेट्रो को अपनी कुल उत्पादन का 24 प्रतिशत बिजली देगी जबकि शेष 76 प्रतिशत बिजली मध्य प्रदेश के राज्य बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को आपूर्ति की जाएगी। इस परियोजना में एक सौर पार्क के अंदर स्थित 500 हेक्टेयर भूमि पर 250-250 मेगावाट की तीन सोलर एनर्जी यूनिट्स शामिल हैं। यह परियोजना सालाना लगभग 15 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी।
यह परियोजना ग्रिड समता अवरोध को तोड़ने वाली देश की पहली सौर परियोजना है। साल 2017 की शुरुआत में उस समय की मौजूदा सौर परियोजना की लगभग 4.50 रुपये प्रति यूनिट की दर की तुलना में रीवा परियोजना ने 15 वर्षों तक 0.05 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ पहले साल 2.97 रुपये प्रति यूनिट का लक्ष्य हासिल कर चुकी है। 25 साल की अवधि के लिए 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर का ऐतिहासिक लक्ष्य भी हासिल हो चुका है।
इनोवेशन और उत्कृष्टता के लिए इसे वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसिडेंट अवॉर्ड भी मिला है। इसे प्रधानमंत्री की ‘अ बुक ऑफ इनोवेशन: न्यू बिगनिंग्स’ किताब में भी शामिल किया गया है। इस सौर पार्क को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) ने विकसित किया है जो मध्य प्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड (एमपीयूवीएन) और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाई सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) की संयुक्त उद्यम कंपनी है। इस सौर पार्क के विकास के लिए आरयूएमएसएल को 138 करोड़ रुपये की केंद्रीय वित्तीय मदद प्रदान की गई है। पार्क के विकसित हो जाने के बाद आरयूएमएसएल ने पार्क के अंदर 250 मेगावाट की तीन यूनिट्स का निर्माण करने के लिए रिवर्स ऑक्शन के माध्यम से महिंद्रा रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड, एसीएमई जयपुर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड और आरिन्सन क्लीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को चुना था।