publicuwatch24.-भिलाई। वैशाली नगर सीट से जीत दर्ज कर विधानसभा तक पहुंचे विधायक रिकेश सेन इन दिनों मीडिया में बेहद सुर्खियां बटोर रहे हैं। कभी वो शराब दुकानों के खिलाफ मोर्चा खोल देते हैं तो कभी ओयो बंद करवा देते हैं। एक बार तो ऐसा भी देखा गया कि वो पार्क में प्रेमी-प्रेमिकाओं के बीच पहुंच गए और उन्हें हड़काने लगे। इस पर प्रेमियों ने तो कुछ नहीं कहा, जबकि प्रेमिकाओं ने उनसे ही फिर से ओयो खुलवाने की मांग कर डाली। लेकिन इस बार विधायक रिकेश सेन का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे लेकर वो खुद विपक्ष के नेताओं के बीच घिर चुके हैं और अब कुछ कहने से बच रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार विधायक रिकेश सेन ने महादेव सट्टा मामले में गिरफ्तार आरोपी सतनाम सिंह के पिता बलदेव सिंह और दीपक नेपाली के भाई नीरज औऱ् लोकेश को अपना प्रतिनिधि बनाया है। अब सवाल ये उठता है कि महादेव सट्टा मामले में कांग्रेस नेताओं पर चीख—चीखकर आरोप लगाने वाले विधायक रिकेश सेन के पास कार्यकर्ताओं की इतनी कमी है कि वो अब महादेव सट्टा मामले में जेल में बंद आरोपियों के रिश्तेदारों को अपना प्रतिनिधि बना रहे हैं? क्या ऐसी मजबूरी थी कि रिकेश सेन ने महादेव सट्टा के आरोपियों को ही गले लगा लिया? ऐसे कई सवाल हैं जो विधायक रिकेश सेन के इस फैसले पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।
मामले में कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता नीता लोधी ने कहा कि कांग्रेस की ही सरकार थी जिसने ऑनलाइन सट्टा पर नकेल कसने अलग से कानून बनाया और 1 हजार से ज्यादा एफआईआर भी हुई। लेकिन भाजपा असल में इन्हें संरक्षण दे रही है, क्योंकि भाजपा चेहरा सामने आ चुका है। महादेव एप को किसका सरंक्षण मिल रहा है? यह जग जाहिर है क्योंकि किस विधायक ने महादेव एप से जुड़े लोगों को अपना प्रतिनिधि बनाया है। यह दुनिया जान रही है। हालांकि इस पूरे मामले में और कांग्रेस के आऱोप पर अब विधायक रिकेश सेन कुछ भी कहने से बच रहे हैं।