K.W.N.S.-बालासोर। आज दोपहर 2 बजे तक ओडिशा ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है, जबकि 747 लोग घायल हुए हैं और 56 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। भारतीय रेलवे ने ये जानकारी दी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने बालासोर में कहा कि कुछ लोग, जिन्होंने अपनों को गंवाया है, जिन्होंने अपना जीवन खो दिया है, यह विचलित करनी वाली घटना है. जिन्हें चोट पहुंची है, उनकी मदद के सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी. सरकार पीड़ित परिवारों के दुख में उनके साथ है. उन्होंने कहा कि सरकार के लिए यह घटना बहुत की गंभीर है. हर स्तर की जांच के निर्देश दिए गए हैं. दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. उसको बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने ओडिशा प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के पास जो भी संसाधन मौजूद थे, उसी में उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. लोगों ने इस संकट के घड़ी में ब्लड डोनेशन, रेक्यू ऑपरेशन में मदद की. खासतौर से युवाओं ने रातभर मदद की. यहां के नागरिकों की मदद के कारण ऑपरेशन को तेजी से पूरा किया जा सका. उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द ट्रैक रीस्टोर हो सकें, इसके लिए काम तेजी से हो रहा है. मैं आज मौके पर गया और अस्पताल में घायलों से बात की. मेरे पास इस वेदना को प्रकट करने के लिए शब्द नहीं हैं. परमात्मा हमें शक्ति दे. हम घटनाओं से सीखेंगे और व्यवस्थाओं को ठीक करेंगे।
हादसे को लेकर रेलवे ने बताया है कि दुर्घटना के कारण का पता नहीं चला है. विस्तृत जांच से कारण का पता चलेगा. मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी, यह खड़ी थी. ओडिशा रेल हादसे के घटनास्थल पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों के साथ बातचीत की और उनसे जानकारी ली. उन्होंने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से भी बातचीत की. बालासोर ट्रेन हादसे की कई रुला देने वाली कहानी है, जिसे सुनकर किसी का भी दिल पसीज जाए. एक चश्मदीद ने बताया- मां-बाप मर चुके थे और बच्चे ने भी उनके सामने रो-रोकर जान दे दी. मंजर बेहद खौफनाक था।