publicuwatch24.com,-रक्षाबंधन का पावन पर्व 22 अगस्त, रविवार को मनाया जाएगा। इस पावन दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा बांधती है और भाई बहन को उपहार देता है। हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाया जाता है। धार्मिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले मां लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधी थी। महाभारत में द्रोपदी ने भगवान श्री कृष्ण को राखी बांधी थी और भगवान श्री कृष्ण ने द्रोपदी की लाज रखी थी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाई को राखी शुभ मुहूर्त में ही बांधी जाती है। भद्रा के समय राखी नहीं बांधनी चाहिए।
इस साल रक्षा बंधन पर नहीं रहेगा भद्रा का साया इस समय तक बांध लें राखी 22 अगस्त, रविवार को सुबह 6:15 बजे से शाम 5:31 बजे के बीच कभी भी राखी बांधी जा सकती है। इन बातों का रखें ध्यान- राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूरब दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस मंत्र को पढ़ें- राखी बांधते समय यह मंत्र पढ़ना चाहिए ताकि इसका शुभ परिणाम मिल सके। इस रक्षा सूत्र का वर्णन महाभारत में भी आता है। मंत्र : ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल। सबसे पहले भगवान को राखी बांधें सबसे पहले भगवान को राखी बांधें। भगवान को राखी बांधने के बाद ही भाई को राखी बांधें।