publicuwatch24.com,बगदाद। इराक की राजधानी बगदाद में कोरोना का इलाज कर रहे एक अस्पताल में आक्सीजन टैंक फटने के बाद आग लग गई. अग्निकांड में 82 लोगों की मौत हो गई. 110 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इराक के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस दर्दनाक हादसे के बाद देश के सभी अस्पतालों में सुरक्षा के उपायों की नए सिरे से समीक्षा करने के लिए कहा गया है. अग्निकांड दियाला ब्रिज क्षेत्र के इब्न अल खातिब अस्पताल में हुआ।
जान बचाने के लिए खिड़की में से कूदे लोग
जानकारी के मुताबिक मरीज और उनके तीमारदार अपनी जान बचाने के लिए खिड़की में से कूद रहे थे. आग इतनी तेजी से फैल रही थी, जैसे कि तेल में लगने के बाद बढ़ती है. आग से घायल सभी मरीजों को अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इराक के मानवाधिकार कमीशन ने ट्वीट किया है कि मरने वालों में 28 मरीज ऐसे हैं, जो वेंटिलेंटर पर थे. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अग्निकांड में 200 लोगों को अस्पताल से बाहर निकालने का काम किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा अग्निकांड सीधे तौर पर लापरवाही
इराक में इस समय कोरोना की दूसरी लहर चल रही है. प्रधानमंत्री मुस्तफा अल काधिमी ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा अग्निकांड सीधे तौर पर लापरवाही है. उल्लेखनीय है कि लंबे समय से युद्ध झेलने वाले इराक का स्वास्थ्य ढांचा बुरी तरह चरमराया हुआ है. यहां पर कोरोना से अब तक 15 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मरही माता मंदिर के पास की नाली में अंबेडकर अस्पताल से खून निकल रहा है। खून आते ही नाली का पानी भी लाल हो गया। यह देख लोगों में दहशत फैल गई। मंदिर के पास मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
वहीं, यह भी चर्चा है कि जिस स्थान पर खून निकल रहा है, वहां मरच्यूरी है। आशंका जताई जा रही है कि पोस्टमार्टम के बाद किसी शव से खून निकल रहा होगा। इस बारे में भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।