पब्लिकयूवाच - अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज मिशन अमृत के तहत ग्राम कतकालों में निर्मित फिल्टर प्लांट का बटन दबाकर ट्रायल किया। उन्होंने इस दौरान फिल्टर प्लांट के विभिन्न भागों का निरीक्षण कर अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की और यहां से शीघ्र 24 घंटे पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए।
सिंहदेव ने कहा कि इस फिल्टर प्लांट के प्रारंभ होने से अम्बिकापुर वासियों को पेयजल की समस्या नहीं रहेगी। उन्हें 24 घंटे पानी मिलेगा। उन्होंने बताया कि जल संचय की आवश्यकता को देखते हुए पचपेड़ी क्षेत्र में एक और टंकी के निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है और इसका काम भी शीघ्र होगा।
नगर निगम और जनप्रतिनिधियों के प्रयास का प्रतिफल है कि अम्बिकापुर को मिशन अमृत के तहत 106 करोड़ की लागत से प्रदेश का पहला आटोमेटिक फिल्टर प्लांट मिल रहा है। यह प्लांट लमेला तकनीक पर आधारित है जो पूरी तरह से आटोमेटिक है। इसके संचालन के लिए कम से कम मैनपावर की जरूरत होती है। इस फिल्टर प्लांट से ढाई लाख लीटर प्रति घंटा पानी का शुद्धिकरण होगा। उन्होंने शहर की आबादी बढ़ने पर पेयजल की व्यवस्था इस फिल्टर प्लांट से किस प्रकार होगी इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में फिल्टर प्लाट के पास 65 लाख लीटर की टंकी बना हुआ है जिसे प्रतिदिन दो बार भरना है। इससे करीब एक करोड़ 12 लाख लीटर पानी प्रतिदिन आपूर्ति की जाएगी। भविष्य में पानी की आवश्यकता अधिक होने पर इसी प्लांट में अतिरिक्त विस्तार भी किया जा सकेगा। फिल्टर प्लांट आधुनिक तकनीक से लैस है। इसकी संपूर्ण संचालन पूरी तरह से आटोमेटिक है। एक ऑपरेटर के द्वारा ही सभी गतिविधियां नियंत्रित की जा सकती हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्लांट का शोधन क्षमता डेढ करोड़ प्रतिदिन है लेकिन वर्तमान में 65 लाख लीटर प्रतिदिन जल का शोधन करेगा। उन्होंने बताया कि घुनघुट्टा डेम से पानी लाने और फिल्टर करने में बहुत कम ऊर्जा खपत होगी इसलिए उपभोक्ताओं को कम लागत पर ही पेयजल उपलब्ध होगी।