publicuwatch24.-कोरबा। छत्तीसगढ़ में ह्यूमन मेटा-पन्यूमोवायरस (HMPV) का पहला मामला सामने आया है। कोरबा जिले में तीन साल के एक बच्चे में यह संक्रमण पाया गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और निगरानी बढ़ा दी गई है। अच्छी खबर यह है कि संक्रमित बच्चा फिलहाल स्वस्थ है और डॉक्टरों की सख्त निगरानी में रखा गया है।
HMPV क्या है?
HMPV एक श्वसन तंत्र (respiratory tract) को प्रभावित करने वाला वायरस है, जो आमतौर पर सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। यह छोटे बच्चों और बुजुर्गों में अधिक गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इस वायरस के लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।
भारत में HMPV के मामले
इससे पहले कर्नाटक और गुजरात में भी HMPV के कई मामले सामने आ चुके हैं। गुजरात में सरकार ने एहतियातन मास्क पहनने की गाइडलाइन जारी की है और अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण के निर्देश दिए हैं।
कैसे फैलता है यह वायरस?
HMPV खांसी, छींक और संक्रमित सतहों को छूने से फैल सकता है। यह विशेष रूप से सर्दी और वसंत ऋतु में अधिक सक्रिय रहता है।
इलाज और रोकथाम
HMPV का कोई विशेष एंटीवायरल इलाज या वैक्सीन नहीं है। डॉक्टर लक्षणों के अनुसार इलाज करते हैं, जिसमें आराम, तरल पदार्थों का सेवन, और बुखार कम करने की दवाएं शामिल हैं।
सरकारी कदम और सतर्कता
- राज्य सरकार ने अस्पतालों में मास्क पहनने की सलाह दी है।
- संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
- सार्वजनिक स्थानों और अस्पतालों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।
निष्कर्ष
हालांकि HMPV गंभीर संक्रमण पैदा कर सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सतर्कता बरतने, मास्क पहनने और हाथ धोने जैसे उपाय अपनाकर इससे बचा जा सकता है। सरकार इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है।