publicuwatch24.-महासमुंद। जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत डुमरपाली के आश्रित ग्राम रामपुर में रहने वाली 35 वर्षीय कुमारी बाई कमार का जीवन कभी संघर्षों और चुनौतियों से भरा हुआ था। पति के असामयिक निधन के बाद उनके सामने अपने बच्चों की परवरिश और परिवार की जरूरतों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी आ खड़ी हुई।
कुमारी बाई बांस के सामान बनाकर अपनी जीविका चलाने का प्रयास करती थीं। हालांकि, यह आय बहुत सीमित थी और परिवार की आवश्यक जरूरतें पूरी करना मुश्किल होता था। पुराने मिट्टी के घर में रहने के कारण बारिश के मौसम में घर में पानी भर जाता था और जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता था। इस स्थिति में परिवार का जीवन अत्यंत कठिन हो गया था।
मोदी सरकार की योजना से राहत
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत कुमारी बाई को पक्का घर प्रदान किया गया। इस योजना के तहत, उन्हें सरकारी सहायता के रूप में कुल 1.20 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई।
सरकार द्वारा प्रदान की गई यह सहायता राशि निम्न प्रकार वितरित की गई:
पहली किस्त: 40,000 रुपये
दूसरी किस्त: 70,000 रुपये
मनरेगा के तहत श्रम सहायता: 10,000 रुपये
इस योजना का लाभ लेते हुए, कुमारी बाई ने अपने परिवार के लिए सुरक्षित और पक्का घर बनवाया। इस पक्के मकान ने न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि उन्हें जंगली जानवरों के खतरे से भी मुक्ति दिलाई।
सामाजिक और आर्थिक बदलाव
नए मकान में रहने के बाद कुमारी बाई के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आए। अब उनके बच्चे बेहतर माहौल में पढ़ाई कर पा रहे हैं। साथ ही, जंगली जानवरों का भय समाप्त होने के कारण उनका जीवन अधिक सुरक्षित हो गया है।
इस घर के निर्माण में मनरेगा के तहत श्रमिकों को काम मिला, जिससे गांव में रोजगार भी बढ़ा।
कुमारी बाई का संदेश
कुमारी बाई ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यह योजना मेरे जैसे गरीब परिवारों के लिए एक वरदान है। अब मैं अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अधिक मेहनत कर सकती हूं।"
अन्य ग्रामीणों को भी मिला लाभ
डुमरपाली और इसके आस-पास के गांवों में भी कई परिवारों को इस योजना का लाभ मिला। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब परिवारों को पक्के घर प्रदान कर उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने न केवल कुमारी बाई कमार जैसे गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत दी है, बल्कि उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा भी लाई है। यह योजना ग्रामीण भारत के गरीब परिवारों के जीवन को बदलने का एक सशक्त माध्यम बन गई है।