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publicuwatch24.com-धमतरी। छत्तीसगढ़ का धमतरी जिला प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, और इसी सुंदरता का एक अभिन्न हिस्सा है नरहरा जलप्रपात। यह जलप्रपात अपने मनमोहक दृश्य, शांत वातावरण और हरे-भरे जंगलों के बीच स्थित होने के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
जलप्रपात का भौगोलिक और प्राकृतिक सौंदर्य
नरहरा जलप्रपात धमतरी जिले से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है। यह जलप्रपात ऊँचाई से गिरते पानी के दृश्य के साथ हरियाली से घिरा हुआ है, जो पर्यटकों को तरोताजा करने में सक्षम है। इस जलप्रपात की ऊँचाई लगभग 40 से 50 फीट है, जिससे गिरता पानी एक अद्भुत दृश्य उत्पन्न करता है। जलप्रपात के आसपास का क्षेत्र घने जंगलों और विविध वनस्पतियों से घिरा हुआ है, जहाँ सुकून पाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
पर्यटकों के लिए आकर्षण
नरहरा जलप्रपात न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि देशभर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। खासकर मानसून के मौसम में यहाँ का दृश्य अद्वितीय होता है, जब जलप्रपात में पानी का बहाव तेज होता है और आसपास की वादियाँ हरियाली की चादर ओढ़ लेती हैं। पर्यटक यहाँ प्राकृतिक नजारों का आनंद लेने के साथ-साथ ट्रेकिंग और जंगल सफारी जैसी गतिविधियों में भी भाग लेते हैं।
यात्रा और सुविधा
धमतरी से नरहरा जलप्रपात तक पहुँचने के लिए पर्यटक सड़क मार्ग से आसानी से आ सकते हैं। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने यहाँ तक पहुँचने के लिए बेहतर सड़कों की व्यवस्था की है, जिससे यात्रा सुखद होती है। जलप्रपात के पास ठहरने के लिए कुछ छोटे रिसॉर्ट्स और होम-स्टे की भी व्यवस्था है, जहाँ पर्यटक रात्रि विश्राम कर सकते हैं।
पर्यावरण संरक्षण और विकास
राज्य सरकार और वन विभाग ने इस क्षेत्र के संरक्षण और विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। नरहरा जलप्रपात के आसपास का क्षेत्र पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए यहाँ वन्यजीव संरक्षण और हरियाली को बचाए रखने के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं। जलप्रपात के आस-पास का क्षेत्र जैव विविधता से भरपूर है, जहाँ पर्यटकों को कई दुर्लभ प्रजातियों के वन्यजीव और वनस्पतियाँ देखने को मिलती हैं।