रानी, सविता, पायल और आरती सहित कई महिलाओं का दैनिक जीवन पहले से काफी सरल और सुविधाजनक हुआ
publicuwatch24.om-बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत बटार के ग्राम उड़तला की कहानी उन अनेक ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जहां जल जीवन मिशन ने स्थानीय जीवन स्तर को न केवल बेहतर किया है, बल्कि एक नई उम्मीद और विश्वास भी दिया है। जल जीवन मिशन की पहल के तहत यहां की ग्रामीण महिलाएं, जैसे कि रानी निर्मलकर, सविता यादव, और पायल और आरती सहित अन्य महिलाओं के यहाँ अब उनके घरों के आंगन से ही साफ पानी प्राप्त कर सकती हैं, जिससे उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है।
कुछ समय पहले तक, उड़तला गांव की स्थिति बहुत कठिन थी। यहां पानी की समस्या आम थी, और महिलाओं को दूर-दूर से पीने का पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। इस प्रक्रिया में उन्हें दिनभर की मेहनत और समय बर्बाद करना पड़ता था। न केवल यह शारीरिक रूप से थकाने वाला था, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डाल रहा था। गंदे पानी के कारण विभिन्न बीमारियां फैलने का खतरा भी बना रहता था, जिससे गांव का स्वास्थ्य स्तर लगातार गिर रहा था।
इस परिप्रेक्ष्य में, जल जीवन मिशन ने इस गांव के लिए एक अहम भूमिका निभाई। केंद्र और राज्य सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में हर घर को नल के माध्यम से साफ और शुद्ध जल उपलब्ध कराना था। जब यह योजना उड़तला गांव में लागू की गई, तब वहां के लोगों को एहसास हुआ कि उनके जीवन में एक क्रांतिकारी परिवर्तन होने वाला है।
रानी निर्मलकर, जो पहले हर दिन पानी लाने के लिए दूर जाना पड़ता था, अब इस योजना की सफलता को देखकर भावुक हो जाती हैं। उनके घर के आंगन में लगे नल से साफ पानी बहने लगा है, जिससे उनका दैनिक जीवन पहले से काफी सरल और सुविधाजनक हो गया है। अब वह अपना समय और ऊर्जा अन्य घरेलू और आर्थिक गतिविधियों में लगा सकती हैं। उनके अनुसार, जल जीवन मिशन ने उनके जीवन में आत्मनिर्भरता और खुशहाली की नई रोशनी जलाई है।
इसी तरह, सविता यादव, आरती जो पहले पानी की समस्या से बेहद परेशान थीं, कहती हैं कि अब गांव में बीमारियों का प्रकोप भी कम हो गया है। साफ पानी मिलने से न सिर्फ स्वास्थ्य बेहतर हुआ है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई और महिलाओं के अन्य कार्यों के लिए भी समय निकलने लगा है। पहले जहाँ पानी लाने में कई घंटे लग जाते थे, अब उन घंटों को दूसरे उत्पादक कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पायल की कहानी भी कम प्रेरणादायक नहीं है। वह बताती हैं कि पहले पानी की कमी के कारण उनके खेतों में सिंचाई की समस्याएं होती थीं, लेकिन अब पानी की आसान उपलब्धता ने खेती की पैदावार में भी सुधार किया है। गांव के कई परिवार अब कृषि और पशुपालन से बेहतर आमदनी कर पा रहे हैं। पशुओं को भी भरपूर पीने का पानी मिल रहा है।
जल जीवन मिशन ने केवल पानी की समस्या का समाधान नहीं किया, बल्कि इसके साथ ही ग्राम वासियों में जागरूकता भी पैदा की है। लोग अब पानी के महत्व को समझने लगे हैं और इसे बर्बाद करने से बच रहे हैं। जल संरक्षण के प्रति ग्रामीणों की जिम्मेदारी भी बढ़ी है, और उन्होंने जल संचयन के उपायों को अपनाना शुरू कर दिया है। सामुदायिक विकास की दृष्टि से भी यह मिशन बेहद सफल रहा है। गांव के सभी लोग मिलकर इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और साथ ही अपने आस-पास के पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने का प्रयास कर रहे हैं।
उड़तला गांव की यह सफलता कहानी जल जीवन मिशन की प्रभावशीलता को साबित करती है। यह मिशन न केवल लोगों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि उनके जीवन स्तर में समग्र रूप से सुधार भी कर रहा है। महिलाओं के जीवन में आए इस सकारात्मक बदलाव ने उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया है। जल जीवन मिशन के कारण अब उड़तला गांव के लोग पानी की चिंता से मुक्त होकर एक बेहतर और स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे पूरे समुदाय को एक नई दिशा और प्रेरणा मिल रही है।