publicuwatch24.-बिलासपुर । बिलासपुर पुलिस ने फर्जी क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर घरों में चोरी करने वाले गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी दो महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से चोरी किए गए 30 लाख रुपये भी बरामद किए हैं। यह कार्रवाई बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर एसीसीयू और थाना सिरगिट्टी की संयुक्त टीम ने की। घटना 13 अगस्त 2024 को सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है। सिरगिट्टी निवासी कृष्ण कुमार मिश्रा रात को 9 बजे राजनांदगांव से घर लौटे तो उन्हें पता चला कि दिन में दोपहर 12 से 1 बजे के बीच चार पुरुष और दो महिलाएं उनके घर में घुसी थीं। ये लोग खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर गले में परिचय पत्र लटकाए हुए थे। उन्होंने घर में मौजूद महिलाओं को धमकाते हुए कहा कि अगर वे हिलीं तो उन्हें जान से मार देंगे। इसके बाद वे घर में रखी एक पेटी को ढूंढने लगे। यह पेटी विद्या प्रकाश पाण्डेय नाम के व्यक्ति की थी, जिसे उसने कृष्ण कुमार मिश्रा के घर में रखवाया था। पेटी में बड़ी मात्रा में जमीन बेचने से मिली नकदी और जमीन के कागजात थे। आरोपी पेटी को लेकर वहां से फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही कृष्ण कुमार मिश्रा ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद एसीसीयू टीम और सिरगिट्टी थाना पुलिस ने मिलकर पूरे शहर में लगे 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान संदिग्धों के हुलिए और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन की पहचान हो सकी। सूचनाओं के आधार पर संयुक्त पुलिस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की और गिरोह की दो महिला सदस्यों, सिंधु वैष्णव (25) और रानी बैरागी (30) को गिरफ्तार कर लिया। सिंधु वैष्णव के पास से 20 लाख रुपये और रानी बैरागी के पास से 10 लाख रुपये बरामद किए गए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनुज कुमार तथा नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन, उमेश गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि मामले में अन्य आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। अब उनकी तलाश की जा रही है। कार्रवाई में एसीसीयू टीम, सिरगिट्टी थाना पुलिस, और साइबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे ऑपरेशन के लिए टीम की सराहना की है और उन्हें उचित पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस अवसर पर शहरवासियों से अपील की कि वे अपने घरों और दुकानों में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। सीसीटीवी कैमरों से न केवल अपराधियों की पहचान आसान होती है, बल्कि वे अपराध की घटनाओं को रोकने में भी सहायक होते हैं।
फर्जी क्राइम ब्रांच टीम का पर्दाफाश, 2 महिलाएं कर रही थी ऑपरेट
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