बिलासपुर । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और जकांछ नेता अजीत जोगी ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिक ताकतों को रोकना एकमात्र लक्ष्य है। मोदी और शाह को रोकने किसी भी हद तक जा सकते हैं, जो भी समझौता करना पड़े तो वो करेंगे। अब तक राज्य सरकार पर कोई टिप्पणी नही की, उन्हें काम करने का समय दे रहे थे। ये कहना है, जनता कांग्रेस छत्तसीगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी का।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस का जनघोषणा पत्र हमारे शपथ पत्र की कॉपी थी। उसमे लुभावने वादे थे, हमारा शपथ पत्र पुराना था, इसलिए लोगों ने कांग्रेस की घोषणा पर विश्वास किया। किसानों के कर्जे को पूरी तरह माफ नही किया गया। बड़े बैंकों, बड़ी कंपनियों से लिया गया कर्ज माफ नही हुआ।
सरकार का खजाना खाली हो गया है, कर्ज लेकर काम किया जा रहा है। शराबबंदी बहुत ज़रूरी है, जो सरकार को प्राथमिकता से करना चाहिए, इस मामले में प्रदेश की भूपेश सरकार फेल है। बिहार की तरह यहां भी करना चाहिए। शराबबंदी का वादा पूरा करना ज़रूरी था।
अजीत जोगी ने कहा कि हमारी पार्टी अधिकतर लोग नही चाहते कि बसपा से गठबंधन हो, लेकिन हमने गठबंघन का निर्णय विधानसभा चुनाव के पहले किया था, उस पर कायम हैं। कार्यकर्ताओं में कोरबा से अजीत जोगी और बिलासपुर से धर्मजीत सिंह के चुनाव लड़ने की मांग की है, पर अभी तय कुछ नही हुआ। चुनाव के पहले आना जाना प्रक्रिया बन गया है, कुछ लोगों ने हमारी पार्टी छोड़ी है, उन्हें शुभकामनाएं। सत्ता सुख पाने के लिए, मलाई खाने सत्ताधारी पार्टी में जाते हैं। इससे पार्टी को कोई फर्क नही पड़ेगा।
मोदी को सत्ता से रोकना होगा मुद्दा, जोगी ने गिनाई भूपेश सरकार की खामियां
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