भिलाई । छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू की बीमारी तेजी के साथ फैल रही है। इससे यहां अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार की रात भिलाई के पं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर 9 में भर्ती एक 16 साल की किशोरी ने दम तोड़ दिया। बच्ची के पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत हैं।
सेल के सीएमओ विभाग में उपमहाप्रबंधक पद पर कार्यरत आशीष नगर निवासी तन्मय सेन की 16 साल की बेटी कुमारी रोशनी सेन की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। तेज बुखार की हालत में उसे तत्काल सेक्टर 9 अस्पताल में दाखिल कराया गया। डॉक्टरों को बच्ची में स्वाइन फ्लू के लक्षण नजर आए। ब्लड के सैंपल लेने के बाद प्रारंभिक इलाज शुरू हुआ। रिपोर्ट आने से पहले ही बुधवार की रात बच्ची ने दम तोड़ दिया।
छत्तीसगढ़ में मौसम में बदलाव के साथ एक बार फिर से स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ा है। अब तक पूरे राज्य में कुल मिलाकर 11 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू का असर मरीज पर तुरंत होता है। कुछ ही समय में तेज बुखार के साथ इसके लक्षण उभरते हैं और 24 से 48 घंटे के दौरान ही पीड़ित मरीज की मौत हो जाती है। इस बीमारी के खतरे को देखते हुए चिकित्सा विभाग भी सतर्कता बरत रहा है।
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। यह तेजी के साथ फैलने वाला वायरस है और एक पीड़ित व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है। स्वाइन फ्लू से बचने के लिए इस समय स्टार्च, सर्करा और दही का सेवन कम करना चाहिए।
BSP अधिकारी की बेटी की मौत, स्वाइन फ्लू से छत्तीसगढ़ में 11 मौतें
- दुर्ग
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