नारायणपुर। एक तरफ माओवादी प्रदेश सरकार के साथ मिलकर विकास की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सरकार पर पूर्व भाजपा सरकार के ढर्रे पर चलने का आरोप लगाया है। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने कांग्रेस सरकार पर जमकर प्रहार किया है।
नक्सली प्रवक्ता विकल्प ने कहा लोहंडीगुड़ा के टाटा विस्थापितों को जमीन वापस करने सरकार का फैसला नि:संदेह स्वागत योग्य है। लेकिन यह निर्णय लोगों के हित को ध्यान में रखकर नहीं बल्कि मजबूरी में लिया गया फैसला है।
नक्सली प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि वर्तमान कांग्रेस सरकार भी पूर्व भाजपा सरकार के ढर्रे पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह कहना कि माओवादी समस्या राजनीति, आर्थिक व सामाजिक समस्या है। इसके लिए पीड़ितों, आदिवासियों, पुलिस, सामाजिक प्रमुखों व बुद्धिजीवियों के साथ वार्ता की बात करना यह महज एक धोखेबाजीपूर्ण व साजिश वाला ऐलान है।
निशानदेही से दो प्रेशर बम मिले
वहीं दंतेवाड़ा जिले में 31 जनवरी को नक्सली सप्ताह के अंतिम दिन कटेकल्याण थाना फोर्स और डीआरजी के जवानों ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इनके द्वारा बताई जगह से शुक्रवार को जवानों ने पांच और दो किलोग्राम के दो प्रेशर बम बरामत किए। एएसपी नक्सल आॅपरेशन जीएन बघेल ने बताया कि गुरुवार को पकड़े गए नक्सलियों की शिनाख्त सीएनएम कमांडर मड़कामी देवा, जनमिलिशिया सदस्या मड़कामी हिड़मा और मड़कामी कोसा के रूप में हुई है। सीएनएम कमांडर एक लाख का इनामी है।
नक्सली प्रवक्ता का आरोप, पूर्व BJP सरकार के ढर्रे पर चल रही कांग्रेस सरकार, टाटा विस्थापितों को जमीन वापस करना मजबूरी में लिया गया निर्णय
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