रायपुर। शिष्यवृत्ति बढ़ाने की मांग को लेकर पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल पर जाने से अस्पताल में इलाज व्यवस्था प्रभावित होने लगी है। हड़ताल से पहले आंबेडकर अस्पताल की ओपीडी में रोज औसत 2000 मरीज पहुंचते थे, जो अब 1250 में सिमट गया है। वहीं, रोज औसत 25 सर्जरी होती थी, जो अब 15 ही हो रही है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच शनिवार को जूनियर डाक्टरों ने मेडिकल कालेज से चिकित्सा शिक्षा संचालक कार्यालय तक रैली निकाली। इस दौरान शिष्यवृत्ति बढ़ाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे। चिकित्सा शिक्षा विभाग कार्यालय का घेराव किया। डीएमई डा. विष्णु दत्त को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा और चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और स्वास्थ्य सचिव प्रसन्नाा आर से मिलकर अपनी मांग को रखने की सलाह दी।
उन्होंने कहा है कि डीएमई स्तर पर शासन को अवगत करा दिया गया है। शासन ने सार्थक हल निकालने का आश्वासन दिया है। ऐसे में हड़ताल स्थगित कर कार्य पर लौट आएं। प्रतिनिधि मंडल के चर्चा के दौरान कार्यालय के बाहर जूनियर डाक्टर नारेबाजी करते रहे। इधर हड़ताल के दौरान जूनियर डाक्टरों ने रक्तदान भी किया। इनमें डा. शौर्य चौधरी (रेडियोलाजिस्ट), डा. अंजलि, डा. वृत्तिका, डा. अपूर्वा, डा. सुरभि, डा. सिद्धार्थ, डा. कमल, डा. वेदव्यास, डा. अनमोल अग्रवाल और डा. अन्रू शामिल हैं।
सीनियर डाक्टर सेवा में डटे
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हड़ताल की वजह से इलाज प्रभावित हो रहा है। ओपीडी में पहले के मुकाबले कम मरीज पहुंच रहे हैं। जो सर्जरियां टाली जा सकती हैं, उनकी तिथि बढ़ाई जा रही है। पहले ही मानव संसाधन की कमी से जूझ रहे अस्पताल में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल से व्यवस्था और चरमराने लगी है। अस्पताल प्रबंधन स्तर पर हड़ताल खत्म कर वापस लौटने की अपील की गई है। लेकिन मांग पूरी न होने तक हड़ताल स्थगित करने से उन्होंने इन्कार कर दिया है।