K.W.N.S.-कन्याकुमारी (ए/नेट डेस्क)। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज तीसरा दिन है। शुक्रवार को यात्रा नागरकोइल में स्कॉट क्रिश्चियन कॉलेज से शुरू हुई। पदयात्रा सुबह 10 बजे पुलियूरकुरिची में मुट्टीदीचन परई चर्च पहुंचेगी। इसके बाद दोपहर एक बजे मीडिया कर्मियों से भेंट होगी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 150 दिन चलेगी। ये तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू कश्मीर तक 3,570 किमी की होगी। राहुल गांधी ने 7 सितंबर को तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर यात्रा की शुरुआत की थी। कन्याकुमारी से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज तीसरा दिन है। 3570 किलोमीटर की यह यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों तक जाएगी। कांग्रेस की ओऱ से शुक्रवार को कहा गया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के तीसरे दिन का आगाज़ हो चुका है।
भारत यात्री, प्रदेश यात्री, अतिथि यात्री और देश की जनता कंधे से कंधा मिलाकर इस यात्रा में चल रहे हैं। यात्रा के तीसरे दिन की शुरुआत सुबह करीब सवा सात बजे नागरकोइल में स्कॉट क्रिश्चियन कॉलेज से हुई। इस दौरान राहुल गांधी उनके साथ कांग्रेस समर्थक और अन्य मौजूद रहे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के कई नेताओं के साथ बृहस्पतिवार को 'भारत जोड़ोÓ यात्रा की शुरुआत कर पहले दिन करीब 20 किलोमीटर की दूरी तय की। इस मौके पर पार्टी ने कहा कि यात्रा के बाद वह नए अवतार में सामने आएगी तथा उसे मित्र एवं विरोधी दल हल्के में नहीं ले सकेंगे। राहुल गांधी 118 अन्य 'भारत यात्रियोंÓ तथा कई नेताओं के साथ 3570 किलोमीट की यात्रा पर निकले तो रास्ते में बड़ी संख्या में लोग सड़क के किनारे खड़े थे और उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज और ढोल-नगाड़ों के साथ राहुल का स्वागत किया। तेज कदमों से पदयात्रा कर रहे राहुल कई स्थानों पर लोगों से मिले और बातचीत की। यात्रा के पहले दिन राहुल और अन्य यात्रियों ने करीब 20 किलोमीटर की दूरी तय की। शाम के समय राहुल गांधी के साथ हजारों की संख्या में लोग पैदल चले कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, पहले दिन 20 किमी चले राहुल गांधी। सहयोगी के साथी के रूप में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कदम से कदम मिलाकर चले। रास्ते में प्यार बांटते चलों की तर्ज में बच्चों को गले लगाकर स्नेह बांटा और ग्रामीण अंचलों से यह यात्रा गुजरी। बच्चों और युवाओं का जोश देखते ही बन रहा है। राहुल गांधी के प्रति लोगों का आकर्षण दक्षिण भारत में चरम पर है। यात्रा के शुरुआती दौर में ही यह आकर्षण व प्यार उमड़ता दिख रहा है।