नई दिल्ली। अंकुरित फूड शरीर व मन दोनों को ही सेहतमंद रखने का काम करते हैं। अंकुरित फूड में मौजूद स्टार्च ग्लूकोज में और प्रोटीन, एमीनो एसिड में बदल कर पाचन में मदद करता है और स्टैमिना भी बढ़ाता है इसलिए इसे प्री डाइजेस्टेड भोजन भी कहा जाता है।
- अंकुरित भोजन क्लोरोफिल, विटामिन (ए, बी, सी, डी और के) कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन आदि खनिजों का अच्छा स्त्रोत होता है।
- अंकुरित भोजन भूख बढ़ाने वाला, शरीर के जहरीले तत्व निकालने वाला और मूत्रवर्धक होता है।
- अंकुरित पूर्ण और फिर से जवान बनाने वाला भोजन है जो मनुष्य को सुंदर, स्वस्थ और रोग मुक्त रखता है।
- अंकुरित शरीर को तुरंत ऊर्जा देने का अच्छा स्त्रोत है। यह शीघ्र और आसानी से शरीर द्वारा आत्मसात कर लिया जाता है।
- अंकुरित कुपोषणता को दूर करता है।
- अंकुरित रोगों को ठीक करने वाला भोजन है।
- अंकुरित महंगे फल एवं सब्जियों की जगह लिया जा सकता है। यह तैयार करने में आसान और सस्ता है इसलिए हर एक के बजट के अनुकूल हो सकता है।
- अंकुरित भोजन में किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती, तो इससे हेल्थ को कोई नुकसान नहीं होता।
क्या अंकुरित करें
हरी मूंग, मोठ, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, तिल, चना, अल्फाल्फा अन्य अन्न दालें एवं बीज आदि।
अंकुरित करने की विधि
- सूखा अनाज, दाल या बीज इत्यादि जो भी अंकुरित करना हो तो उसे धोकर एक बर्तन में पानी में भिगो दें।
फिर 12 घंटे बाद पानी से निकालकर कपड़े इत्यादि में इस तरह रखें कि उन्हें नमी और हवा मिलती रहे। उसके 12 घंटे से 30 घंटे के बीच अंकुर फूटना शुरू हो जाएगा।
अंकुरित फूड कैसे खाएं?
अंकुरित कच्चा भोजन बिना नमक डाल के ही प्रयोग करें।
अंकुरित को कच्चा ही खाएं क्योंकि पकाकर खाने से इसके पोषक तत्वों की मात्रा और गुणवत्ता में कमी आ जाती है।