नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन में जंग की बढ़ती आशंका के बीच सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। इसका असर आज घरेलू शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी आज भारी गिरावट के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1244.95 अंकों का गोता लगाकर आज 56,438.64 के स्तर पर खुला वहीं, निफ्टी 17000 के नीचे आ गया। डाऊ जोंस सोमवार को 232 अंक गिरकर 34079 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक में 1.23 फीसद यानी 168 अंकों की गिरवट रही। इस गिरावट की वजह से नैस्डेक 13548 के स्तर पर बंद हुआ। यही नहीं एसएंडपी में भी 31 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में 17 पैसे की कमजोरी के साथ 74.72 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर खुला। इससे पहले डॉलर में कमजोरी तथा कच्चे तेल के दाम नीचे आने के बीच सोमवार को रुपये में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में लाभ रहा और यह 11 पैसे की बढ़त के साथ 74.55 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर पहुंच गया था। रूस-यूक्रेन संकट के समाधान की उम्मीद के बीच कच्चे तेल की कीमतें नीचे आईं, जिससे रुपये को समर्थन मिला था। हालांकि अब युद्ध की आशंका प्रबल हो गई है।
शुरुआती कारोबार में निफ्टी 50 में केवल ओएनजीसी का ही स्टॉक हरे निशान पर है। जबकि, सेंसेक्स के सभी 30 स्टॉक लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो बैंक निफ्टी, निफ्टी प्राइवेट बैंक, निफ्टी ऑटो, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, आईटी इंडेक्स, मेटल, मीडिया, फार्मा, पीएसयू बैंक समेत सभी इंडेक्स में गिरावट दिख रही है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस और जर्मनी के नेताओं को बताया कि उन्होंने यूक्रेन के दो पूर्वी अलगाववादी क्षेत्रों को स्वतंत्र घोषित करने की योजना बनाई है। बताया जा रहा है कि रूस ने दो राज्यों को स्वतंत्र घोषित कर भी दिया है। इसेस दुनिया के शेयर बाजारों में आज गिरावट देखी जा रही है, जबकि तेल सात साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर सोने की कीमतें नौ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
एशियाई बाजारों में, जापान का निक्केई और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक प्रत्येक में 2% से अधिक नीचे थे। अमेरिकी वायदा में भी तेज गिरावट के संकेत मिले हैं। एसएंडपी 500 वायदा 1.5% और नैस्डैक वायदा 2.2% गिर गया। सिंगापुर एक्सचेंज पर कारोबार करने वाला SGX निफ्टी फ्यूचर्स 0.4% नीचे 17,068 पर था, जो भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर दबाव का संकेत देता है, जब वे आज बाद में खुलते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी चिंता का विषय, ब्रेंट क्रूड वायदा 1.6% बढ़कर 96.94 डॉलर हो गया, जो उनके सात साल के उच्च स्तर से कुछ ही दूर है। कीमती धातुओं में हाजिर सोना 0.2% की तेजी के साथ 1,909.54 डॉलर प्रति औंस पर था, जो 1 जून के बाद सबसे अधिक 1,913.89 डॉलर प्रति औंस था।
पूर्वी यूरोप में जंग की गर्मी, शेयर बाजार में ठंडी
घरेलू शेयर बाजार पूर्वी यूरोप में बढ़ते तनाव की वजह से व्याप्त चिंता के बीच सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी दिन भी दबाव में रहे जिससे दोनों मानक सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एशियाई बाजारों के असर में शुरुआती कारोबार में करीब 700 अंक गिर गया था, लेकिन बाद में यह कुछ हद तक सकारात्मक स्थिति में लौटता दिखा। इसके बावजूद कारोबार के अंत में सेंसेक्स 149.38 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,683.59 अंक पर बंद हुआ। इसी तर्ज पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 69.65 अंक यानी 0.40 प्रतिशत गिरकर 17,206.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल तीस में से 21 शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए।